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आईसीसीसी के कैमरों की मदद से खोजा गया घर से लापता किशोर


-अपने दम पर कुछ बड़ा बनने के ख्वाब लेकर निकला था घर से
सहारनपुर (मोहित राय जसवाल / गौरव बजाज)। हिन्दी फिल्मों के हीरो की तर्ज पर कुछ बड़ा बनने के ख्वाब लेकर एक किशोर घर से बिना बताये शहर छोड़कर निकल गया। लेकिन इससे पहले कि ये किशोर इधर उधर भटकर कुछ गलत लोगों की सोहबत में पड़ता या जिंदगी को आगे-बढ़ाने के लिए तरह-तरह के झंझावातों को झेलता, इससे पहले ही नगर निगम में बने कमांड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) के कैमरों की मदद से पुलिस ने इस किशोर को देहरादून से खोजकर उसके परिवार वालों को सौंप दिया। 
स्मार्ट सिटी के तहत शहर में रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, कचहरी व कलक्ट्रेट तिराहा, जिला अस्पताल सहित अनेक प्रमुख चौराहों और स्थानों पर पीटीजेड, एएनपीआर व सर्विलांस कैमरे लगाए गए हैं। जिनसे नगर निगम परिसर स्थित इंटेग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) द्वारा शहर के टैªफिक व अन्य गतिविधियों की लगातार निगरानी की जाती है। वाहन चोरी व दुर्घटनाओं के संदर्भ में ये कैमरे अनेक बार उपयोगी सिद्ध हुए है। 
घटनाक्रम कुछ इस प्रकार हुआ कि पंत विहार निवासी अजय चौधरी का 16 वर्षीय बड़ा लड़का देवांश चौधरी 14/15 की रात में बिना किसी को कुछ बताये घर से निकल पड़ा। सुबह परिवारजनों ने देवांश को लापता पाया तो उसकी खोजबीन शुरु हुई। देवांश के दोस्तों ने बताया कि हाई स्कूल का रिजल्ट आने के बाद कुछ दोस्तों ने तय किया था कि अपने दम पर कुछ बड़ा बनने की कोशिश करेंगे। और दस साल बाद फिर मिलने की बात कहकर सब दोस्तों ने हाथ मिलाये और विदा हो गए। उसके दोस्तों ने बताया कि उन्हें यह अहसास नहीं था कि देवांश घर से चला जायेगा।
इस जानकारी के बाद देवांश के पिता नगर निगम पहुंचे और अपर नगरायुक्त राजेश यादव व स्मार्ट सिटी के अधिशासी अभियंता अमरेंद्र गौतम से मिलकर आईसीसीसी के माध्यम से प्रमुख चौराहों तथा बस स्टैंड पर लगे कैमरे दिखाने की प्रार्थना की। आवश्यक कार्रवाई पूरी कर जब आईटी अधिकारी मोहित तलवार व एनआईसी टीम द्वारा बस स्टैंड के पास लगे कैमरे देखे गए तो पाया गया कि देवांश रात में साइकिल पर बस स्टैंड पहुंचकर लोगों और कंडक्टर से पूछताछ कर रहा है। इससे ज्ञात हुआ कि देवांश करीब 12 बजे देहरादून जाने वाली बस में सवार हुआ है। उधर थाना सदर बाजार में भी देवांश के लापता होने की तहरीर दी गयी थी। थाना सदर पुलिस द्वारा भी आईसीसीसी पहुंच कर देवांश के देहरादून जाने वाली बस में बैठने की फुटेज देखी गयी। 
इसके बाद सहारनपुर पुलिस ने देहरादून पुलिस से संपर्क कर देवांश के फुटेज साझा किये और उसका पता लगाने को कहा। इस सूचना पर देहरादून पुलिस ने दून बस स्टैंड व आस पास लगे कैमरों के फुटेज खंगाले तो पाया गया कि करीब सवा दो बजे देवांश आईएसबीटी देहरादून में बस से उतरा है। देवांश की सरगरमी से तलाश की गयी और कड़ी मशक्कत के बाद 15 मई की शाम करीब छह बजे देवांश को आईएसबीटी परिसर से ही खोज लिया गया और उसे सहारनपुर पुलिस के जरिये उसके मां-बाप के सुपुर्द कर दिया गया। और इस तरह आईसीसीसी के कैमरों की मदद से एक किशोर इधर उधर भटकने से बच गया। 
पिता ने जताया आईसीसीसी का आभार 
देवांश चौधरी के पिता अजय चौधरी ने देवांश की वापसी में आईसीसीसी का महत्वपूर्ण सहयोग मानते हुए स्मार्ट सिटी और आईसीसीसी का आभार जताया है। उनका कहना है आईसीसीसी के ये कैमरे बहुत उपयोगी है, उनकी मदद से ही देवांश का पता लग सका है। यदि यह कैमरे न होते तो देवांश को खोजने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता।

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