परिवहन निगम के अफसरों के मुताबिक, रात का समय था। सड़क पर चारों ओर अंधेरा था। ऐसे में यात्रियों से भरी जनरथ बस को सुनसान सड़क पर रोकना बस चालक की लापरवाही है। बताया जा रहा है कि आरएम ने एआरएम को बस के ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। वहीं, निलंबन की कार्रवाई पर बस का कंडेक्टर फूट-फूट कर रोने लगा। उसका कहना था कि उसका कोई दोष नहीं है, वह बेगुनाह है।
बस में सवार एक यात्री ने की थी शिकायत
इस मामले में कौशांबी जा रहे यात्री सतेंद्र नाम के व्यक्ति ने क्षेत्रीय प्रबंधक निर्देशक से इसकी शिकायत की थी। इसके बाद आरएम दीपक चौधरी ने एआरएम बरेली डिपो को मामले की जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए। इसके साथ ही अधिकारियों ने सभी को सख्त निर्देश दिए कि बिना किसी कारण के बस को रास्ते में न रोका जाए। अगर, बस रोकने की कोई परिस्थिति बनती है तो इसकी जानकारी अधिकारियों को दी जाए।
विस्तार से जानिए पूरा मामला
दो मुस्लिम यात्रियों के कहने पर चालक ने खेत किनारे सुनसान में बस रोक दी। दोनों यात्री बस से उतरे और नमाज पढ़ने लगे। इस कारण बस में सवार 38 अन्य यात्रियों को असुविधा हुई। 10 मिनट तक सुनसान में बस रुकने के कारण यात्री खुद को असुरक्षित बताते रहे मगर, चालक ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। ईशा की नमाज पढ़ने के बाद दोनों यात्री सीट पर लौटे, तब बस दुबारा दिल्ली के लिए रवाना हो सकी।
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