Advertisement

ads header

कर्नाटक चुनाव में अतीक अहमद हत्याकांड की एंट्री, कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी के बयान पर बवाल


नई दिल्ली:
कर्नाटक चुनाव में अतीक अहमद हत्याकांड की एंट्री हो गई है. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी के बयान पर बवाल मचा हुआ है. भाजपा ने प्रतापगढ़ी को अतीक से जोड़ते हुए कांग्रेस को घेर लिया है. वहीं कांग्रेस याद दिला रही है कि अतीक ने कैसे 2008 में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान एनडीए का साथ दिया था, जबकि उसकी पार्टी ने यूपीए का साथ दिया था. हालांकि, भाजपा अतीक और इमरान को लेकर कांग्रेस को घेरने में लगी है.
भाजपा के आरोपों पर कांग्रेस का पलटवार
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता शोभा करंदलाजे ने कहा कि महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद बने इमरान प्रतापगढ़ी गैंगस्टर अतीक और उनके भाई को गुरु मानते थे. भाई बोलते थे. इमरान प्रतापगढ़ी ने कर्नाटक में आकर हिंदू विरोधी भाषण दिया. उन्होंने कहा कि मुसलमान सिर झुकाने वाले नहीं बल्कि सिर काटने वाले होते हैं. वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अतीक अहमद के लिए कविता लिखने वाले को कांग्रेस ने कर्नाटक में अपना स्टार कैंपेनर बनाया है. सुधांशु त्रिवेदी ने इमरान प्रतापगढ़ी हैं, जिन्होंने अतीक के बारे में कहा था, "कभी शायद किसी का ऐसा कद नहीं होगा, कई सदियों तक कोई अतीक अहमद नहीं होगा." भाजपा के इस कदर हमलावर होने पर कांग्रेस ने कहा कि अतीक अहमद ने 2008 में एनडीए के पक्ष में वोट किया था...जबकि उसकी पार्टी ने यूपीए के पक्ष में वोट किया था. भाजपा से अतीक का यह रिश्ता क्या कहलाता है?  

क्राइम सीन रिक्रिएट किया गया
अतीक हत्याकांड में यूपी सरकार की तरफ से जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया गया है और साथ ही पुलिस की तरफ से भी इसकी जांच की जा रही है. एसटीएफ की तरफ से गुरुवार को कॉल्विन अस्पताल के बाहर क्राइम सीन रिक्रिएट किया गया. यहीं अतीक और अशरफ की हत्या हुई थी. इस दौरान एसटीएफ और एफएसएल की टीम की तरफ से अतीक और अशरफ की डेड बॉडी के डमी को घटनास्थल पर रखा गया और पुलिस के जवान शूटरों की तरह सादे लिबास में घटना कैसे हुई और उस दौरान क्या-क्या हुआ. इसे रिक्रिएट करते हुए देखे गए.

Post a Comment

0 Comments